jaidevmahadev
Saturday 29 March 2014
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय |
सांसो की सरगम पे धड़कन यह दोहराए ||
जीवन मे कैसा अँधेरा हुआ है,
संदेह ने हमें घेरा हुआ |
मन पंछी आज भगवन बहुत घबराए ||
विशवास की माला टूटी पड़ी है,
भगवान् सहारा दे मुश्किल घडी है |
रसता दिखा राही तेरी शरण आये ||
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