प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला |
प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला, |
तेरे नाम की मैं जपूं रोज माला । |
अब तो मनो कामना है यह मेरी, |
जिधर देखूं नज़र आए डमरू वाला ॥ |
कहीं और क्यूँ ढूँढने तुझ को जाऊं, |
प्रभु मन के भीतर ही मैं तुझ को पाऊं । |
यह मन का शिवाला हो सब से निराला, |
जिधर देखूं नज़र आए डमरू वाला ॥ |
भक्ति पे है अपनी विशवास मुझ को, |
बनाएगा चरणों का तू दास मुझ को । |
मैं तुझ से जुदा अब नहीं रहने वाला, |
जिधर देखूं नज़र आए डमरू वाला ॥ |
तू दर्पण सा उजला मेरे मन को करदे, |
तू अपना उजाला मेरे मन में भरदे । |
हैं चारो दिशाओं में तेरा उजाला, |
जिधर देखूं नज़र आए डमरू वाला ॥ |
Friday 28 March 2014
प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला
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